नवरात्रि का नौवां दिन – माँ सिद्धिदात्री और जीवन में सिद्धि की प्राप्ति
नवरात्रि का प्रत्येक दिन अपनी ऊर्जा और संदेश के साथ आता है, और नौवें दिन की अधिष्ठात्री देवी माँ सिद्धिदात्री हैं। “सिद्धि” का अर्थ है – पूर्णता, सफलता और आत्मिक सिद्धि। माता सिद्धिदात्री वह शक्ति हैं, जो सभी देवी-देवताओं को उनके सिद्धि और कार्यों में सफलता देती हैं। कथा के अनुसार, जब महिषासुर जैसे दुष्ट असुर का संहार हुआ और देवताओं को अपनी शक्तियों का सही उपयोग करने की आवश्यकता थी, तब माँ सिद्धिदात्री ने उन्हें आशीर्वाद देकर उनके कार्य सफल किए। इसी कारण इन्हें सिद्धि देने वाली देवी कहा जाता है। यह कथा केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि जीवन में भी अत्यंत प्रासंगिक है। यह हमें बताती है कि हर इंसान में अपार क्षमता और शक्ति है, लेकिन सही मार्गदर्शन और आशीर्वाद के बिना उसे पूर्ण रूप से उपयोग करना कठिन होता है। माँ सिद्धिदात्री हमें यह प्रेरणा देती हैं कि यदि हम अपनी शक्ति और बुद्धि का सही उपयोग करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। माँ सिद्धिदात्री का स्वरूप माँ सिद्धिदात्री का स्वरूप अत्यंत दिव्य और शांत है। वे आठ भुजाओं वाली देवी हैं। उनके हाथों में विभिन्न अस्त्र और शस्त्र ह...