अगर आपके काम बार-बार बिगड़ जाते हैं तो यह मत करना
कभी सोचा है कि जब सब कुछ सही चल रहा होता है, तभी अचानक कोई काम क्यों बिगड़ जाता है? जैसे कि इंटरव्यू में आप पूरी तैयारी के साथ बैठे थे, सब ठीक लग रहा था, और अचानक रिजेक्ट हो गए। या कोई डील लगभग पक्की लग रही थी, और आखिरी पल में टूट गई। हम अक्सर कहते हैं, “यार, ये तो किस्मत थी।” लेकिन सच कहूँ तो इसके पीछे एक गहरा कारण है—और वो है हमारी अपनी नज़र।
हाँ, वही नज़र जो हम अपने मन में किसी चीज़ को हासिल करते-करते बार-बार जश्न मनाने लगते हैं। “बस अब तो ये मेरा है,” या “मैं जीत चुका हूँ”—ऐसे विचार अक्सर दिमाग में घूमते रहते हैं। और यहीं पर हम गलती कर देते हैं।
देखो, ब्रह्मांड हमारी भावनाओं पर प्रतिक्रिया करता है, सिर्फ़ हमारे शब्दों पर नहीं। जब तक कोई काम पूरा नहीं होता, तब तक उसकी सफलता को पहले ही मान लेना, उसके रास्ते में अड़चन बन सकता है। ये कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि ऊर्जा का नियम है।
इसलिए जब भी आप किसी काम के बहुत करीब हों, तो थोड़ी धीरज रखो। अपनी खुशी को थोड़ा पीछे रखो और अपनी पूरी ऊर्जा उस काम को पूरा करने में लगाओ। मन को शांत रखो, और जब तक काम पूरा न हो जाए, दूसरों से इसके बारे में ज्यादा बात मत करो।
और जब काम सच में पूरा हो जाए, तभी दिल खोलकर जश्न मनाओ। उस पल की खुशी और संतोष कुछ अलग ही होता है—कुछ ऐसा जो कोई shortcut या टिप्स नहीं दे सकते। बस ये याद रखो, सही समय पर खुश होना ही असली खुशी है।

Comments
Post a Comment